भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा, कहानी का दूसरा हिस्सा…
साइड पटरी इण्टरलॉकिंग रोड व नाली निर्माण के नाम पर हजम कर लिए साढ़े 77 लाख!

जांच पड़ताल में मौके पर नहीं पाया गया निर्माण
बिजनौर। नगर पंचायत मण्डावर में पदस्थ लोगों ने भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा पार कर डाली। विकास कार्य के नाम पर करोड़ों रुपए का घोटाला कर लिया गया। सब कुछ सन 2012 से 17 तक के बीच सपा नेता और सभासद की पत्नी के कार्यकाल में हुआ। कई ऐसे कार्य हुए जिनमें घोर अनियमितता कर शासन को कई करोड़ रुपए के राजस्व की क्षति पहुंचाई गई। इस मामले में तत्कालीन जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, अधिशासी अधिकारियों और तीन ठेकेदारों की शिकायत मुख्यमंत्री से की गई थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्कालीन अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) ने जांच कराई।
ऐसे ही एक मामले में आरोप है कि कस्बे में प्रकाश पब्लिक स्कूल से मण्डी समिति की ओर साइड पटरी इण्टरलॉकिंग रोड व नाली का निर्माण कराने के नाम पर रुपए 4333160-00 एवं रुपए-3420807-00 कुल 77 लाख 53 हजार 967 का भुगतान किया गया, जबकि ऐसा कोई कार्य वहाँ पर मौजूद तक नहीं है।
नायब तहसीलदार से जांच करने के बाद एसडीएम ब्रजेश कुमार सिंह ने 19 अक्टूबर 2019 को अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) को लिखित में अवगत कराया कि शिकायत के संबंध में अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत मण्डावर से आख्या प्राप्त की गयी। अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत मण्डावर की आख्यानुसार आवेदक द्वारा प्रार्थना पत्र में यह शिकायत की गयी है कि नगर पंचायत मण्डावर में प्रकाश पब्लिक स्कूल से मण्डी समिति की ओर साईड पटरी इण्टरलॉकिंग रोड व नाली का निर्माण कराया गया है, जिसका सत्यापन सईद अहमद सहायक अभियन्ता प्रा०खं०लोक निर्माण विभाग बिजनौर एवं श्रीमती सीमा रानी वर्मा अधिशासी अधिकारी एवं उमेश बाबू अवर अभियन्ता नगर पंचायत मण्डावर के साथ संयुक्त रूप से किया गया है, जो कि सरासर गलत व निराधार है, जबकि ऐसा कोई कार्य वहाँ पर मौजूद तक नहीं है।
उक्त संबंध में अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत मण्डावर से आख्या प्राप्त की गयी। अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत द्वारा अपनी आख्या में यह उल्लेख किया गया है कि उक्त इण्टरलॉकिंग टाइल्स वर्णित स्थल पर लगायी गयी थीं, जिन्हें पी0डब्लू0डी० द्वारा मार्ग चौड़ीकरण के दौरान हटा दिया गया था, जिसका वर्णन सहायक अभियन्ता चतुर्थ प्रान्तीय खण्ड लो०नि०वि० बिजनौर के पत्रांक संख्या 866 / 1सी0 दिनांक 04.05.2018 में किया गया है। साथ ही उक्त कार्य का सत्यापन गठित समिति के सदस्यों द्वारा किया गया था। बाद में उखाड़ी गयी टाइल्स की नीलामी नगर पंचायत मण्डावर द्वारा दिनांक 10.12.2018 को की गई एवं अवशेष टाइल्स नगर पंचायत मण्डावर में रखी हुई है।

उपरोक्त शिकायत के संबंध में नायब तहसीलदार बिजनौर द्वारा जाँच करायी गयी। नायब तहसीलदार बिजनौर की जाँच आख्यानुसार…
कार्य का विवरण-प्रकाश पब्लिक स्कूल से मण्डी समिति तक इण्टरलॉकिंग टाइल्स। कुल भुगतान राशि- रुपए-4333160-00 एवं रुपए-3420807-00 है।
मौके पर कोई निर्माण नहीं पाया गया। अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत मण्डावर एवं लिपिक द्वारा बताया गया कि उक्त टाइल्स को वहाँ (वर्णित स्थल) से उखाड़ दिया गया है, जिसमें से कुछ टाइल्स को रुपए-50800-00 में नीलाम कर दिया गया है, जिसकी नीलामी पत्रावली नहीं दिखाई गयी और न ही उपलब्ध करायी गयी तथा कुछ टाइल्स रखी हैं। स्थलीय निरीक्षण के समय शिकायतकर्ता मौके पर साथ में उपस्थित रहे।
विवेचना का सार यह है कि अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत मण्डावर एवं नायब तहसीलदार बिजनौर की आख्यानुसार शिकायती प्रार्थना पत्र में वर्णित स्थल पर लगायी गयी थी, जिन्हें पी0डब्लू0डी० द्वारा मार्ग चौड़ीकरण के दौरान हटा दिया गया था, जिसका वर्णन सहायक अभियन्ता चतुर्थ प्रान्तीय खण्ड लो०नि०वि० बिजनौर के पत्रांक संख्या 866/ 1सी0 दिनांक 04.05.2018 में किया गया है, जिनकी नीलामी नगर पंचायत भण्डावर द्वारा दिनांक 10.12.2018 को रुपए-50800-00 में की गयी है एवं अवशेष टाइल्स नगर पंचायत मण्डावर में रखी हुई हैं। नगर पंचायत द्वारा लोक निर्माण विभाग की सड़क पर किस अधिकार के तहत निर्माण कराया गया है तथा इसके लिए कौन अधिकारी उत्तरदायी है, इस संबंध में अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत मण्डावर से आख्या प्राप्त किया जाना समीचीन होगा। निरीक्षण के समय नगर पंचायत द्वारा न तो नीलामी पत्रावली दिखायी गयी और न ही अवशेष टाइल्स और न ही किसी सक्षम अधिकारी से अनापत्ति (एन०ओ०सी०) प्राप्त की गयी, जिससे यह प्रतीत होता है कि उक्त प्रकरण में कहीं न कहीं अनियमितता बरती गयी है व सरकारी धन का दुरूपयोग किया गया है।
कहानी अभी भी बाकी है…