जिलाधिकारी ने गौ-वंश संरक्षण व पशु गणना के संबंध में वीडियो कान्फ्रेन्सिग कर दिए आवश्यक दिशा निर्देश
सभी पशुओं की शत-प्रतिशत टैगिंग की जाए-जिलाधिकारी
पशु को आवारा व छुट्टा छोड़ने वालों के विरुद्ध पशु क्रूरता अधिनियम के अंतर्गत कार्यवाही की जाएगी-जिलाधिकारी
गौ संरक्षण में अनुकरणीय कार्य करने वालों को पुरस्कृत व सम्मानित किया जाए-जिलाधिकारी
फसलों का नुकसान राष्ट्रीय हानि के समान-जिलाधिकारी
मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओं में है गोवंशों का संरक्षण, कार्य में शिथिलता बर्दाश्त नहीं-जिलाधिकारी
बिजनौर। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने आवारा पशुओं के संरक्षण व पशु गणना के संबंध में संबंधित अधिकारियों के साथ जूम एप पर मीटिंग कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी पशुओं की शत-प्रतिशत ईयर टैगिंग की जाए। उन्होंने कहा कि गौ संरक्षण में अनुकरणीय कार्य करने वालों को पुरस्कृत व सम्मानित किया जाए। उन्होंने कहा कि यही हमारी संस्कृति व प्रथा है। उन्होंने कहा कि फसलों का नुकसान राष्ट्रीय हानि के समान है। उन्होंने कहा कि गौशालाओं और गोवंश का संरक्षण मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओं में है, इसलिए इस कार्य में किसी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि जिला प्रशासन व पुलिस गोवंश के संरक्षण के प्रति कृत संकल्पित है। जिला पंचायत की जो गौशालाएं अभी क्रियाशील हैं, उनको पुनः क्रियाशील किया जाए। अपने पशु को आवारा व छुट्टा छोड़ने वालों के विरुद्ध पशु क्रूरता अधिनियम के अंतर्गत कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने आह्वान किया कि पशुओं को आवारा ना छोड़े। सभी थानाध्यक्षों से कहा कि वह पंचायत सहायकों को प्रोत्साहित करें तथा अपने-अपने थाना में संबंधित उप जिलाधिकारी के समक्ष उनके साथ बैठक करें।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वह गौ शालाओं का निरीक्षण करें तथा कमियां पाए जाने पर सूचित करें। सभी थानाध्यक्षों से कहा कि वह भी गौशालाओं का निरीक्षण करें तथा कहीं अगर कमी मिलती है तो उसको तत्काल सूचित करें। शासन द्वारा सहभागिता योजना चलाई जा रही है, जिसमें पशुपालकों को गोवंश पालने हेतु दिए जाते हैं। इस हेतु उन्हें रुपए 30 प्रतिदिन/रूपी 900 प्रति माह के हिसाब से दिए जाते हैं। जो पशुपालक गोवंश को पालना चाहते हैं, वह गौशालाओं व अन्य संबंधित अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि प्रत्येक रविवार को पशु गणना का कार्य कराया जाएगा, जिसमें पंचायत सहायक, राजस्व विभाग के कर्मी, विकास विभाग के कर्मी, बीट पुलिस कर्मी व अन्य संबंधित कर्मियों को लगाया गया है। उन्होंने कहां कि चौकीदारों की सूची अद्यतन कर सभी थानाध्यक्ष उपलब्ध कराएं तथा जहां कहीं चौकीदार नियुक्त नहीं है वहां प्राथमिकता पर उनकी नियुक्ति कराई जाए।
पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह ने कहा कि पशु गणना के समय कितने पशु हैं, कितनों का टैगिंग हुआ है या नहीं हुआ है इसकी जानकारी भी ली जाए तथा इसको अभिलेखों में अंकन किया जाए। उन्होंने कहा कि यह कार्य पूर्ण गम्भीरता से किया जाए। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी पूर्ण बोरा सभी उप जिलाधिकारी सभी थानाध्यक्ष सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।