पहल
भारतीय भाषाओं में मेलजोल का एक छोटा सा अभियान
स्वाधीनता संग्राम के दौर में विभिन्न प्रांतों और विभिन्न भाषाओं के महापुरुषों ने भारतीय भाषाओं में एकता और सामंजस्य के सपने देखे, लेकिन दुर्भाग्यवश यह सपने आज भी ‘सपने’ ही हैं। आजादी के बाद संविधान सभा में भी कुछ सदस्यों ने भी भारतीय भाषाओं में एकता की वकालत की पर दूरियां आज तक बरकरार हैं।
अपने इन महापुरुषों के बताए रास्ते पर चल कर आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी राष्ट्रीय स्मारक समिति की भारत और अमेरिकी इकाई विश्व हिंदी दिवस (10जनवरी) से भारतीय भाषाओं में मेलजोल बढ़ाने के लिए एक छोटी सी पहल प्रारंभ करने जा रही है। इसमें भाषण से दूर; दूसरी भारतीय भाषा सीखेंगे। अपनी सिखाएंगे। बोलकर बताएंगे और सुनकर जानेंगे भी। इस पहल का हिस्सा बनने की बस एकमात्र पात्रता या अनिवार्यता दूसरी भारतीय भाषा सीखने और जानने की जिज्ञासा जागृत करना है।
10 जनवरी को ऑनलाइन शुरू होने वाली इस नई पहल के प्रथम पुष्प के रूप में हम तमिल और उड़िया भाषा के अक्षर और बोलचाल के शब्द जानेंगे। दूसरों को हिंदी जनाएंगे। यह क्रम दूसरी भाषाओं को लेकर निरंतर जारी रहेगा। हमें विश्वास है कि यह छोटा सा अभियान आपके सहयोग एवं स्नेह से भारतीय भाषाओं में मेलजोल बढ़ाने में सहायक सिद्ध अवश्य होगा।
तो आइए! इस नए नव संकल्प का हिस्सा खुद बनें और दूसरों को भी बनाएं।

हमारा नारा-
भाषण से दूर-भाषा के _पास_
विनोद शुक्ल गौरव अवस्थी श्रीमती मंजु मिश्रा
अध्यक्ष संयोजक अध्यक्ष
भारत इकाई अमेरिकी इकाई
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आपसे निवेदन है कि इसे सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करें। आपके सहयोग एवं स्नेह का आकांक्षी…
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लाइव प्रसारण: 10 जनवरी 2023 रात 08 बजे से 09 बजे
https://www.facebook.com/HamariBhashaHindi पेज पर देख सकते हैं।