गौ शालाओं का निरीक्षण कर नोडल अधिकारी ने दिए आवश्यक दिशा निर्देश
पशु को आवारा छोड़ने वालों के विरुद्ध पशु क्रूरता अधिनियम के अंतर्गत कार्यवाही की जाएगी- नोडल अधिकारी
गो वंशों को आवारा छोड़ने वालों पर लगाएं जुर्माना- नोडल अधिकारी
ग्रामों में बनाएं गौ संरक्षण का माहौल – नोडल अधिकारी
मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओं में है गौवंशों का संरक्षण- नोडल अधिकारी
नोडल अधिकारी ने गौवंश को खिलाया हरा चारा व गुड़
बिजनौर। शासन द्वारा नामित नोडल अधिकारी/विशेष सचिव वन विभाग गौरव वर्मा ने जनपद में संचालित गौ आश्रय स्थलों का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देशित किया कि शासन द्वारा निर्धारित सभी मानकों का पालन किया जाए। गोवंशों की देखभाल अच्छी प्रकार से की जाए। उन्हें अच्छा चारा, स्वच्छ जल व वातावरण उपलब्ध हो, यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने गोवशों को आवारा छोड़ने वालों पर जुर्माना लगाने के लिए कहा।
गो आश्रय स्थलों व गोवंश की स्थिति को जानने के लिए प्रदेश के विभिन्न जनपदों में नोडल अधिकारी शासन स्तर से नामित किए गए हैं। जनपद के लिए बनाए गए नोडल अधिकारी/विशेष सचिव वन विभाग उत्तर प्रदेश शासन गौरव वर्मा ने जनपद में संचालित विभिन्न आश्रय स्थलों का निरीक्षण किया। नोडल अधिकारी ने किरतपुर व जलालाबाद की कान्हा गौशाला का निरीक्षण किया।

नोडल अधिकारी/विशेष सचिव वन विभाग उत्तर प्रदेश शासन गौरव वर्मा ने कहा कि गौशालाओं और गोवंश का संरक्षण मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओं में है। उन्होंने वहां संरक्षित गोवंशओं को गुड व चारा खिलाया। साथ ही वहां की गई व्यवस्थाएं जैसे स्वच्छ जल की व्यवस्था, अच्छे चारे की व्यवस्था, विभिन्न व्यवस्थाओं का एक-एक कर जायजा लिया व आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि गोवंश को अपने परिवार के सदस्यों की तरह उनका पालन करें। उन्होंने हिदायत दी कि अपने पशु को आवारा व छुट्टा छोड़ने वालों पर जुर्माना लगाया जाए। उन्होंने कहा कि ग्रामों में पशु गणना रजिस्टर बनाया जा रहा है तथा पशुओं की ईयर टैकिंग भी कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि जो गोवंश आवारा घूमता हुआ मिलता है, उसको पशु गणना रजिस्टर के आधार पर यह जाना जाएगा कि है किसका गोवंश है तथा इसके बाद संबंधित के विरुद्ध कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि जिस पशु को आवारा छोड़ते हैं वह गांव में ही चरता है, जिससे अन्य को नुकसान हो सकता है। उन्होंने कहा कि वैदिक काल से गायों को पूजनीय माना गया है और यह हमारी परंपरा का हिस्सा रहा है। जो ग्रामवासी गौ सेवा में अनुकरणीय कार्य करेंगे, उनको सम्मानित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि शासन द्वारा सहभागिता योजना चलाई जा रही है जिसमें पशुपालकों को गोवंश पालने हेतु दिए जाते हैं। इस हेतु रुपए 30 प्रतिदिन/रुपए 900 प्रति माह के हिसाब से दिए जाते हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जो पशुपालक गोवंश को पालना चाहते हैं, उन्हें गोवंश दिए जाएं।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 मुकेश गुप्ता ने बताया कि किरतपुर कान्हा गौशाला मे 76 गोवंश तथा जलालाबाद कान्हा गौशाला में 145 गोवंश संरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि नगर पंचायत द्वारा सर्वे कराया जा रहा है। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी नजीबाबाद विजय वर्धन सिंह तोमर, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ मुकेश गुप्ता सहित अन्य अधिकारी गण उपस्थित रहे।