डॉ. उर्मिला बनीं बिजनौर मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल
अभी तक रहीं एलएलआरएम मेडिकल कालेज मेरठ में तैनात
झांसी मेडिकल कॉलेज से किया है एमबीबीएस
लखनऊ। चिकित्सा शिक्षा विभाग ने प्रदेश के 12 मेडिकल कॉलेजों में प्रधानाचार्यों की नियुक्ति कर दी है। यह मेडिकल कॉलेज अभी निर्माणाधीन हैं। इनका संचालन 2023- 24 के अकादमिक सत्र से शुरू हो जाएगा। एलएलआरएम मेडिकल कालेज मेरठ की डॉ. उर्मिला कार्या को स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय बिजनौर का प्रधानाचार्य बनाया गया है। प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार ने शनिवार को ट्वीट कर इस बारे में जानकारी दी।
मुख्यमंत्री योगी ने पहले कार्यकाल में प्रत्येक जिले में एक मेडिकल कॉलेज बनाने का ऐलान किया था ताकि मरीजो को इलाज के लिए एक से दूसरे जिले में न भटकना पड़े। जिन जिलों में प्रधानाचार्यों की नियुक्ति की गई है, उनमें अमेठी, औरैया, कानपुर देहात, कुशीनगर, गोंडा, पीलीभीत, बुलंदशहर, बिजनौर, लखीमपुर खीरी, ललितपुर, सुल्तानपुर और सोनभद्र शामिल हैं। अभी इन जिलों में मेडिकल कॉलेज निर्माणाधीन हैं।
मरीजों का बेहतर इलाज करना प्राथमिकता: डॉ. उर्मिला

एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज मेरठ की गायनिक विभागाध्यक्ष डॉ. उर्मिला कार्या ने बिजनौर मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य नियुक्त होने के बाद बताया कि कॉलेज में फैकल्टी की नियुक्ति, छात्रों को बेहतर पढ़ाई का माहौल और इसके साथ ही मरीजों का बेहतर इलाज करना उनकी प्राथमिकता है।
डॉ. उर्मिला ने 1990 में एमबीबीएस झांसी मेडिकल कॉलेज और गायनिक में पीजी इलाहाबाद मेडिकल कॉलेज से किया। वर्ष 2000 में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर वह एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज मेरठ में तैनात हुई। पिछले डेढ़ वर्ष से वह गायनिक विभागाध्यक्ष पद कार्यरत रहीं। मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. आरसी गुप्ता ने बताया कि डॉ. कार्या ने एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज के गायनिक विभाग में चिकित्सकीय पढ़ाई करने वाले छात्रों को बेहतर शिक्षा दिलाने के साथ ही मरीजों का बेहतर इलाज किया। उर्मिला कार्या के पिता आर्मी में थे। इस कारण उन्होंने अलग-अलग स्थानों पर रहकर अपनी पढ़ाई की।
Dr. Karya Urmila in Meerut is one of the most renowned Gynaecologist & Obstetrician Doctors in the area. Countless locals in have placed immense trust in the practitioner over the years.