
बिजनौर। सिविल लाइंस में बाइक से पटाखे की आवाज़ निकाल कर गणतंत्र दिवस की खुशियां मनाई जा रही हैं। 26 जनवरी को सुबह से ही सिविल लाइन क्षेत्र में युवाओं की टोलियां बाइक पर फर्राटा भरने लगी हैं। पुलिस प्रशासन की मनाही के बावजूद बाइक सवार निर्भीक होकर मनमानी रफ्तार पर दौड़ लगाते और पटाखों की आवाज़ निकालते दिखाई दिए। उन्हें इस बात की भी चिंता नहीं रही कि साइकिल पर देश की शान तिरंगा लगाए हुए छोटे बच्चे~बच्चियां भी इसी मार्ग से गुजर रहे हैं। वैसे पूर्व में हुईं घटनाओं और दुर्घटनाओं को देखते हुए महावीर स्कूल के सामने पड़े खाली स्थान पर पुलिस चौकी की दरकार है। एसआरएस (शक्ति चौराहा) और डाकघर चौराहे पर ही पुलिस तैनात रहती है। इसके बीच में पुलिस की मौजूदगी अत्यंत आवश्यक है।

संसार में जन्म लेने के लिए माँ के गर्भ में 9 महीने रुक सकते हैं।
चलने के लिए 2 वर्ष,
स्कूल में प्रवेश के लिए 3 वर्ष,
मतदान के लिए 18 वर्ष,
नौकरी के लिए 22 वर्ष ,
शादी के लिये 25 -30 वर्ष,
इस तरह अनेक मौकों के लिए हम इंतजार करते हैं। लेकिन…
गाड़ी ओवरटेक करते समय 30 सेकंड भी नहीं रुकते।।
बाद में एक्सीडेंट होने के बाद जिन्दा रहे तो एक्सीडेंट निपटाने के लिए कई घण्टे, हॉस्पिटल में कई दिन, महीने या साल निकाल देते हैं।
कुछ सेकंड की गड़बड़ी कितना भयंकर परिणाम ला सकती है। जाने वाले चले जाते हैं, पीछे वालों का क्या? इस पर विचार किया, कभी किया नहीं!
फिर हर बार की तरह, सिर्फ नियति को ही दोष ।।
इसलिये सही रफ्तार, सही दिशा में व वाहन संभल कर चलायें सुरक्षित पहुंचे।
आपका अपना मासूम परिवार घर पर आपका इंतजार कर रहा है।
आप से निवेदन है इसे आगे फैलाने में मदद करें। क्या पता 1% लोग भी इस विचार से सहमत हों तो ……………………………….