SP पर रिश्वत लेने का आरोप लगाते हुए जगह-जगह चिपकाए गए पोस्टर
कानपुर। डॉयल 112 के एसपी राहुल मिठास पर भ्रष्टाचार का संगीन आरोप लगा है। एसपी राहुल मिठास पर भ्रष्टाचार पर आरोप लगाते हुए किसी ने शहर में जगह-जगह पोस्टर लगा दिए हैं। इस मामले में पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने जांच बैठा दी है, जबकि एसपी राहुल मिठास अभी कुछ बोलने से बच रहे हैं. उनका कहना है कि जांच में सब साफ हो जाएगा।

राहुल मिठास कानपुर में पहले एडीसीपी ईस्ट थे, इसके बाद उनको डॉयल हंड्रेड की कमान सौंपी गई। राहुल मिठास के खिलाफ किसी अज्ञात व्यक्ति ने वसूली का आरोप लगाया है। उन पर 112 पीआरवी की गाड़ियों से वसूली करने का आरोप लगा है। लैटर को पोस्टर के रूप में लगाने वाले ने आरोप लगाया है कि राहुल मिठास जी ने अपनी पोस्टिंग के बाद घूसखोरी की नई क्रांति लिख दी है। यह भी आरोप लगाया गया है कि पीआरडी जवानों की गाड़ियों के वीडियो बनाकर उनको सोशल मीडिया पर वायरल कराया जाता है। वीडियो के आधार पर उन कर्मचारियों को लाइन हाजिर किया जाता है।
यह भी आरोप लगा है कि उनसे 10 हजार से लेकर 15 हजार तक की वसूली की जाती है। इस लैटर को लिखने वाले ने किसी नाम की जगह समस्त यूपी 112 कर्मचारी का जिक्र किया है। शिकायत में कितनी सच्चाई है यह तो जांच का विषय है लेकिन आरोप भी गंभीर हैं क्योंकि पुलिसकर्मी ही खुद अपने ही आला अधिकारियों पर रिश्वत लेने के गंभीर आरोप लगा रहे हैं। आरोप के मुताबिक आला अधिकारियों के कहने के बाद ही वाहनों से अवैध वसूली की जाती है।हैरानी की बात यह है इस लैटर में ही एक पूरा डायग्राम बनाया गया है, जिसमें राहुल मिठास को सबसे ऊपर रखा है। उसके नीचे तीन भागीदार बताए हैं, जिनके द्वारा पैसा लिया जाता है। पहला एसआई हंसाराम, दूसरा एसआई ओमप्रकाश और तीसरा रपट मुंशी ओमप्रकाश। इस मामले पर पुलिस कमिश्नर ने जांच बैठा दी है। डीसीपी मुख्यालय रवीना त्यागी को जांच सौंपी गई है। उन्होंने यह निर्देश भी दिया कि जांच त्वरित, प्रभावी एवं पारदर्शी तरीके से हो ताकि सही एवं प्रभावी कार्रवाई अविलम्ब की जा सके।
डेढ़ साल से हो रही थी वसूली
शहर के भाजपा कार्यालय दक्षिण, हाईवे पर कई दीवारों पर एक पर्चा चिपकाया गया है। इसमें लिखा है कि डायल 112 में तैनात पुलिस कर्मियों से डेढ़ साल से वसूली की जा रही है। डायल 112 में तैनात पूर्व SP बसंत लाल ने वसूली की शुरुआत की थी। उनकी शह पर डायल 112 में तैनात दरोगा हंसाराम पुलिस कर्मियों से वसूली करता था। यूपी 112 में बीते छह माह से ट्रांसफर पोस्टिंग नहीं हो रही है लेकिन कानपुर के एसपी डायल 112 राहुल मिठास ने वसूली की इंतहा कर दी है।
PRV पर वसूली के नाम पर 20 से 30 हजार रुपए की वसूली
पर्चे में लिखा है कि PRV का औचक निरीक्षण करके जरा सी भी लापरवाही मिलने पर कम से कम रोजाना दो से तीन गाड़ियों की रपट लिखाई जाती है। इसके बाद जीडी मुंशी कैरेक्टर रोल खराब करने की धमकी देता है और प्रति व्यक्ति 10 से 15 हजार रुपए लेना व उनके बदले पीआरवी पर तैनाती के नाम पर 20 से 30 हजार रुपए की वसूली करता है। डायल 112 के एसपी अपने प्राइवेट व्यक्तियों द्वारा पीआरवी में तैनात पुलिसकर्मियों का वीडियो बनवाते हैं। इसके बाद जांच में क्लीन चिट के नाम पर 10 से 15 हजार रुपए की वसूली करते हैं। उनकी जगह नए पुलिसकर्मियों की तैनाती पर 20 से 30 हजार की वसूली का खेल चल रहा है। इसके साथ ही एसपी डायल-112 राहुल मिठास पर हाईवे पर मोटी वसूली कराने का भी गंभीर आरोप लगा है। वायरल पर्चे में लिखा है कि बिल्हौर, घाटमपुर, सचेंडी और महाराजपुर में हाईवे पर PRV से रोजाना लाखों रुपए की वसूली कराई जाती है।
SP के इशारे पर 3 दरोगा चला रहे सिंडीकेट
पीड़ितों ने आरोप लगाया है कि जीडी प्रभारी दरोगा ओमप्रकाश मिश्रा और दरोगा हंसाराम हाईवे पर तैनात पीआरवी से रोजाना 30 से 40 हजार रुपए की वसूली का हिसाब लेते हैं। आरोप है कि डायल 112 में तैनात दरोगा हंसाराम, ओमप्रकाश मिश्रा और रपट मुंशी ओमप्रकाश मिलकर पूरा वसूली का सिंडीकेट चला रहे हैं। इसके साथ ही पीड़ितों की ओर से कहा गया कि वह जहां रहते हैं उसके 10 किमी. के दायरे में ड्यूटी करना चाहते हैं। सिर्फ इसके लिए भी मोटी वसूली की जा रही है। इतना ही नहीं छह महीने अभी पूरे नहीं हुए हैं और ट्रांसफर लिस्ट तैयार होने लगी है। लोगों से वसूली करके मनचाही पोस्टिंग का खेल शुरू हो गया है।
आरोपों में नहीं है कोई दम: राहुल मिठास
इस मामले में एसपी राहुल मिठास का कहना है कि अभी जांच हो रही, हम कुछ कह नहीं सकते, हमको बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। जांच हो जाने दीजिए फिर हम बोलेंगे। हमको 112 में आये अभी चार महीने ही हुए हैं, आरोपों में कोई दम नहीं है।