एक ही स्थान पर टिके तेंदुए को देखकर ग्रामीणों में भय व्याप्त
निराश्रित गौवंश को मौत के घाट उतारने के बाद तीन दिन से कर रहा मांस का भक्षण

बिजनौर। निराश्रित गौवंश को मौत के घाट उतारने के बाद तीन दिन से उसके मांस का भक्षण करते तेंदुए को देखकर ग्रामीणों में भय व्याप्त है। ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों से गुलदार को पकड़वाने की माँग की है। वन विभाग की टीम ने घटना स्थल का दौरा कर ग्रामीणों से जानकारी ली।
नहटौर क्षेत्र के गाँव ढकौली निवासी नरपाल सिंह के खेत में तेंदुए ने तीन दिन पूर्व एक निराश्रित गौवंश को मौत के घाट उतार दिया। ग्रामीणों की माने तो तीन दिन से गुलदार वहीं ठिकाना बनाकर रह रहा है और भूख लगने पर उसके मांस का भक्षण कर रहा है। बताया जाता है कि पड़ोस के ही खेत में गन्ने की छिलाई का काम चल रहा है। गन्ना छीलते समय लोगों को गुलदार दिख गया। नजदीक से तेंदुए को देखकर गन्ना छील रही गाँव के ही गिरधारी की पुत्री बेहोश हो गई। उसके मुंह में पानी डालकर होश में लाया गया। वहीं शाम के समय गाँव का ही क्षत्रपाल पुत्र शिवचरण व खेत मालिक नरपाल सिंह का नौकर शीशपाल पुत्र जगराम सिंह ट्रैक्टर ट्रॉली से गन्ना भरने गये थे। इसी दौरान कुछ आवारा कुत्ते वहाँ पहुँच गये। तेंदुए ने उन्हें दौड़ा लिया। भयभीत कुत्ते जान बचाने के लिये उनकी ही ओर दौड आये। तेंदुआ भी उनके पीछे आ गया। वे दोनों भयभीत होकर ट्राली पर चढ गये। तेंदुए के जाने के बाद भी वे ट्राली में और गन्ना भरने की हिम्मत नहीं जुटा पाये तथा खेत से लौट आये। गाँव के ही विजय पाल सिंह, मूला सिंह, नरेश कुमार, पटवारी आदि ने भी तेंदुए को देखने का दावा किया है। घटनाओं से ग्रामीणों में भय है और उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों से तेंदुए को पकड़वाने की माँग की है। इस संबंध में ग्राम प्रधान अनीता देवी ने कहा कि मामले से वन विभाग के अधिकारियों को अवगत कराकर तेंदुए को पकड़वाने की माँग की गई है। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने घटना की जानकारी लेते हुए गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने की बात कही है।