प्रिंस चौधरी की मां व पत्नी ने मामले को ठहराया राजनैतिक साजिश
मेरठ पहुंच कर पुलिस अधिकारियों की चौखट पर लगाई न्याय की गुहार
मेरठ/बिजनौर। हिट एंड रन मामले में वांछित 25 हजार के इनामी भाजपा नेता प्रिंस चौधरी की मां व पत्नी ने पूरे मामले को राजनैतिक साजिश करार दिया है। दोनों अपनी व्यथा सुनाने एसएसपी मेरठ के ऑफिस पहुंच कर धरने पर बैठ गईं। एसएसपी के न मिलने पर वह जेल चुंगी स्थित एडीजी मेरठ जोन कार्यालय भी पहुंचीं। उनका कहना है कि आंखों की समस्या के कारण प्रिंस गाड़ी चला ही नहीं सकता।

प्रिंस को आंखों की समस्या~ मां सत्यवती और वकील विपिन बोहरा के अनुसार करीब 13 साल पहले हादसे में प्रिंस की एक आंख पूरी तरह से खत्म हो गई थी, जबकि दूसरी आंख से भी मात्र 30% ही दिखाई देता है। सीएमओ बिजनौर से इसका सर्टिफिकेट भी जारी किया हुआ है। प्रिंस की कार हमेशा चालक ही चलाता है। प्रिंस को मुख्य आरोपी बनाया जाना गलत है। इसके बावजूद पुलिस ने प्रिंस को नामजद करके इनाम घोषित कर उनकी छवि धूमिल कर दी। एसएसपी ऑफिस पर किसी अधिकारी के न मिलने पर सास-बहू जेल चुंगी के पास एडीजी ऑफिस पहुंच गई। यहां पर एडीजी से मिलने और शिकायत पत्र देने की मांग की। एसपी देहात अनिरूद्ध सिंह ने जांच करने का आश्वासन दिया। शाम पांच बजे परिवार लौट गया।

एक्सीडेंट को राजनैतिक मामला न बनाएं~ रोते हुए अंशु ने कहा हमें प्रशासन से न्याय चाहिए। हम परेशान हैं, हमें शिकायत है। एक्सीडेंट में जो होता है वो हो, इसे राजनीतिक मामला न बनाएं। मेरे पति पिछले डेढ़ साल से गरीबों की सहायता करते रहे हैं। उन्होंने गंगा स्नान में गरीबों पर हेलिकाप्टर से पुष्पवर्षा भी की थी। जब तक पुलिस हमारी बात नहीं सुनेगी, हम अपनी बात कहते रहेंगे। हमारी क्या गलती है। क्या एक्सीडेंट होते नहीं या ये पहली बार कोई एक्सीडेंट हुआ है। इतने एक्सीडेंट हो रहे हैं, क्या पुलिसवालों की गाड़ी से एक्सीडेंट नहीं होता?

घर पर ताला लगाकर चले जाओ… दबिश देने आ रहे हैं~
प्रिंस की मां सत्यवती ने परीक्षितगढ़ पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। कहा कि पुलिस वालों ने फोन कर कहा कि तुम लोग घर पर ताला लगाकर चले जाओ, हम दबिश देने आ रहे हैं। दो-तीन दिन में मामला ठंडा हो जाएगा। बैठकर समझौता करा देंगे, घबराने की जरूरत नहीं है। पुलिस लगातार उनके संपर्क में थी। इसके बावजूद इनाम घोषित किया और घर पर मुनादी कराई।
विदित हो कि परीक्षितगढ़ के खजूरी गांव में 30 जनवरी को प्रिंस चौधरी के काफिले में शामिल फॉरच्यूनर और थार गाड़ी से गौरव और वंश नाम के दो युवकों की मौत हो गई थी। परीक्षितगढ़ थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था। पुलिस ने वाहन भी बरामद कर लिए थे, पर प्रिंस की गिरफ्तारी नहीं हुई। मेरठ एसएसपी ने दो दिन पहले ही प्रिंस पर 25 हजार का ईनाम घोषित किया है।