जनाबे फ़ातेमा का चरित्र दुनिया की तमाम औरतों के लिए मिसाल
छजुपुरा सादात स्थित दरगाह ए फातिमा ज़ैहरा पर तीन दिवसीय सालाना मजलिस
बिजनौर। हल्दौर के ग्राम छजुपुरा सादात स्थित दरगाह ए फातिमा ज़ैहरा पर आयोजित तीन दिवसीय सालाना मजलिसों के दूसरे दिन की मजलिस का आगाज मौलाना रजी मौहम्मद मैहदवी द्वारा तिलावते कलाम ए पाक से किया गया। मजलिसों को क्रमशः शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना मिर्ज़ा यासूब अब्बास, मौलाना डॉक्टर हसन कुमेली, मौलाना कौकब मुज्तबा व मौलाना इशरत हुसैन ने संबोधित किया।

शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना मिर्जा यासूब अब्बास ने मजलिस को संबोधित करते हुए कहा कि जनाबे फातिमा ज़ैहरा दुनिया की तमाम औरतों के लिए मिसाल हैं। दुनिया की तमाम औरतों को हजरत फातिमा ज़ैहरा के चरित्र से शिक्षा ग्रहण करनी चाहिए और उनके बताए रास्ते पर चलना चाहिए। मौलाना ने कहा कि रसूल अल्लाह की तबलीगे इस्लाम में उनकी बेटी फातिमा ज़ैहरा का भी पूर्ण सहयोग रहा है। उन्होंने कहा कि बीबी फातिमा खुदा की तरफ से रसूले अकरम के लिए एक बेशकीमती इनाम थीं लेकिन रसूल अल्लाह के दुनिया से चले जाने के बाद जालिमों ने फातिमा ज़ैहरा पर जुल्म की इंतहा कर दी। मौलाना अहमद रज़ा व शाही वास्ती के संचालन में आयोजित मजलिस में सोजखानी मौहम्मद रज़ा नायाब हैदर, मौहम्मद अब्बास, शमशाद हुसैन, सफ़दर अब्बास, जॉन अब्बास ने तथा पेशखानी रईस ज़ैदी व शमशाद हुसैन ने की। दूसरे दिन की अंतिम मजलिस के बाद अंजुमन गुंचा ए हैदरी के तत्वावधान में शबीहे झूला हज़रत अली असग़र बरामद किया गया।