नन्ही गौरैया व पर्यावरण संरक्षण पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
शकुन्तला मिश्रा विवि में आयोजित हुआ कार्यक्रम
पर्यावरण के दोहन से विलुप्त होने की कगार पर है गौरैया: केपी मलिक
लखनऊ। डॉ शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विवि में नन्ही गौरैया व पर्यावरण संरक्षण पर जागरूकता व सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री केपी मलिक ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की। राज्यमंत्री ने मेरी प्यारी गौरैया मुहीम के तहत आयोजित कार्यक्रम में कहा कि गौरैया पर्यावरण से विलुप्त होने की कगार पर है और इसका सबसे बड़ा कारण पर्यावरण का दोहन होना है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो वो दिन दूर नहीं जब मानव जाति कैंसर जैसी गम्भीर बीमारियों से ग्रसित होगी। नन्ही गौरैया व पर्यावरण संरक्षण की कसम खाते हुए प्रत्येक व्यक्ति को कम से कम एक पौधरोपण करना चाहिए। पेड़ हमसे कुछ लेते नहीं बल्कि जीवन भर हवा फल और छाया देते रहते हैं।

मेरी प्यारी गौरैया मुहिम संचालक पक्षी प्रेमी महेश साहू ने संबोधित करते हुए कहा कि यह मुहीम 2017 से लगातार संचालित हो रही है। उत्तर प्रदेश के कई शहरों में गौरैया संरक्षण हेतु जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहा है। महेश साहू ने कहा कि ईश्वर ने हमें मनुष्य बनाया है तो विलुप्त प्राय हो रही नन्ही गौरैया के संरक्षण की जिम्मेदारी हमारी है। गौरैया संरक्षण के लिए अनुकूल परिस्थितियों की व्यवस्था करना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। घरों में घोंसला बनाकर गौरैया के लिए दाना पानी और काकून रखना चाहिए।

कार्यक्रम में नन्ही गौरैया व पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य करने वाले ओम सिंह, मुकेश, अनिल जैन, सुधार गुप्ता, वीरेंद्र यादव, अंजलि सक्सेना सहित 2 दर्जन लोगों को घोसला व प्रतीक चिन्ह अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में आये विभिन्न विद्यालयों के छात्र और छात्राओं को मिट्टी के बर्तन व काकून देकर सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में महापौर संयुक्ता भाटिया, कुलपति प्रो राणा कृष्ण पाल सिंह, डीएफओ अवध वन प्रभाग डॉ रवि कुमार सिंह, समाज सेवी मुकेश मर्चेंट व्यापारी कल्याण आयोग के उपाध्यक्ष मनीष गुप्ता उपस्थित रहे।