
शैली सक्सेना, लखनऊ
दशहरा पर चमत्कारी शमी के कुछ आसान टोटकों से हो जाएंगे मालामाल। मालामाल होने के लिए दशहरा के दिन करें चमत्कारी शमी के पौधे के कुछ आसान टोटके। दशहरा के दिन शमी के पौधे के कुछ विशेष उपाय आजमाए तो आपके घर में कभी भी नहीं होगी धन की कमी।
ज्योतिषाचार्य एवं वास्तु विशेषज्ञ डॉ आरती दहिया से जानिए शमी के कुछ अचूक उपाय…
दशहरा का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। जहां एक तरफ इस पर्व का इतिहास रावण के संहार से जुड़ा है, वहीं इस दिन को समस्याओं के निवारण के रूप में भी जाना जाता है।
ज्योतिष के अनुसार यदि आपके जीवन में बहुत दुःख तकलीफ है, विरोधियों से परेशान हैं, तो इन सभी समस्याओं के निवारण के लिए कुछ उपाय आजमाऐं।

व्यापार की समस्या दूर करने का टोटका
यदि व्यापार से संबंधित कोई समस्या है तो दशहरा के दिन दोपहर के समय ईशान कोण में कुमकुम और फूलों से अष्टदल कमल की एक आकृति बनाएं। इसके बाद देवी जया और विजया का स्मरण करके पूरे विधि विधान से पूजन करें। पूजा के बाद शमी के पौधे के पास एक घी का दीपक जलाएं। फिर पौधे के पास से थोड़ी मिट्टी उठाकर घर के किसी कोने में रख दें। ऐसी मान्यता है कि इस टोटके से आपको व्यापार में लाभ मिलने के साथ नौकरी में प्रमोशन के योग भी बनेंगे। वहीं कारोबार में उन्नति के लिए एक नारियल को सवा मीटर पीले कपड़े में लपेट कर एक जोड़ा जनेऊ, सवा पान और शमी के पेड़ की मिट्टी के साथ सारी सामग्री को राम मंदिर में चढ़ा दें। इससे आपको धन लाभ होगा और आर्थिक समस्याओं से मुक्ति मिलेगी।

धन लाभ के लिए….
दशहरा के दिन शमी के पौधे के नीचे घी का दीपक जलाएं और इसकी मिट्टी को अपने वर्कप्लेस में रखें। शमी के पेड़ का दशहरा के पर्व में विशेष महत्व बताया गया है और पूजा में शमी के पेड़ की मिट्टी रखने से नकारात्मक शक्तियों से छुटकारा मिलता है।
शमी के इस उपाय से दूर होंगी सभी समस्याएं
दशहरे की शाम को शमी के पौधे के पास खड़े होकर अपनी सारी समस्या बताएं। एक लाल धागा शमी को नमन करने के बाद तने से चारों तरफ बांधें। कुछ ही दिनों में आपको लाभ मिलना शुरू हो जायेगा।
दशहरे वाले दिन हनुमान जी की पूजा करना सबसे लाभकारी माना जाता है। इस दिन आपको हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए, जिससे आपको विशेष लाभ की प्राप्ति होगी।
सभी समस्याओं का निवारण इस एक अद्भुत पौधे से हो सकता है। इसलिए दशहरा के दिन ये विशेष उपाय आजमा कर घर की समृद्धि बनाए रखी जा सकती है।
छत पर लगाते समय दिशा का ध्यान जरूर रखें। शमी के पौधे को दक्षिण दिशा, पूर्व दिशा और ईशान कोण में लगाना शुभ माना गया है। अगर शमी का पौधा आप लगाते हैं तो कुछ विशेष बातों का ख्याल रखना बेहद जरूरी है। हर शाम को शमी पौधे के नीचे दीपक जरूर जलाएं और कोशिश करें की विधि विधान से पूजा अर्चना भी रोज करें।
शमी का पौधा कब और कहां लगाएं?
- शमी का पौधा शनिवार के दिन लगा सकते हैं। इसे आप गमले में या भूमि पर घर के मुख्य द्वार के निकट लगाएं।
- इसे घर के अंदर नहीं लगाना चाहिए।
- आप शमी का पौधा विजयादशमी के दिन भी लगा सकते हैं। विजयदशमी के दिन लगाना सबसे उत्तम होता है।
शनि की खराब स्थिति का संकेत: आपने शमी का पेड़ लगाया है और यह सूख गया है या मुरझा गया है तो यह शनि की खराब स्थिति का संकेत है। इससे धन हानि होती है। साथ ही कार्य संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। अगर यह सूख गया है तो इसे हटाकर दूसरा पौधा रोप देना चाहिए।
शमी की देखभाल: सूरज की रोशनी: शमी के पेड़ को ठीक से बढ़ने के लिए 6-8 घंटे धूप की जरूरत होती है। कम से कम 12-14 इंच का गमला लें, गमले में ड्रेनेज होल हो इस बात का ध्यान रखें। पानी इस तरह दें कि गमले के ड्रेनेज होल में बाहर निकल जाए।
शमी पूजन का महत्व: नवरात्रि के नौ दिनों तक देवी भगवती के नौ स्वरूपों की आराधना के बाद दशमी तिथि को विजयादशमी पर समस्त सिद्धियां प्राप्त करने के लिए पवित्र माने जाने वाले शमी और देवी अपराजिता के अलावा अस्त्र-शस्त्रों का पूजन भी किया जाता है। इस दिन नीलकंठ पक्षी का दर्शन करना भी अति शुभ माना गया है।