समय की रहबर हैं सद्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज: संजीव अग्रवाल

इनामपुरा में हुआ संत निरंकारी मंडल का समागम

समय की रहबर हैं सद्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज: संजीव अग्रवाल

बिजनौर। संत निरंकारी मंडल ब्रांच बिजनौर के तत्वावधान में शनिवार को ग्राम मोहम्मदपुर देवमल इनामपुरा निकट छड़ियों वाला चौक पर विशाल क्षेत्रीय समागम का आयोजन किया गया। इस दौरान निरंकारी मिशन के संतों महापुरुषों व बच्चों ने अपने अपने आध्यात्मिक विचार व सुंदर सुंदर भजन प्रस्तुत किए।

बरेली जोन 58 ए के जोनल इंचार्ज संजीव अग्रवाल ने गुरु गद्दी से साध संगत को निहाल करते हुए कहा कि सद्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज समय की रहबर हैं और वह रूहानियत व इंसानियत संग संग का संदेश आम जनमानस तक पहुंचा रही हैं। निरंकारी मिशन एक बहुत बड़ा मिशन है जो सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लेता है, अपना अहम योगदान देता है।

जोनल इंचार्ज ने कहा कि प्यार सजाता है गुलशन को और नफरत वीरान करे। हमें आपस में आपसे में बहुत ही प्यार व भाईचारे के साथ रहना चाहिए। सद्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज का कहना है कि हमें किसी से बैर नफरत व ईर्ष्या नहीं करनी चाहिए। किसी की बुराई चुगली नहीं करनी चाहिए। यह बहुत ही बुरा कार्य है। जितना हम सत्संग से पुण्य लाभ कमाते हैं, उतना किसी की निंदा करके गवा देते हैं।

जोनल इंचार्ज संजीव अग्रवाल ने कहा कि सद्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज हमारा बेड़ा पार कर रही हैं। हमें जो ब्रह्म ज्ञान मिला है, वह बहुत ही उच्च कोटि का है। ब्रह्म ज्ञान प्राप्त होने के बाद हमें लख चौरासी के बंधन से मुक्ति मिल जाती है और सद्गुरु हमें भवसागर से पार कर देते हैं अर्थात हमें मोक्ष मिल जाता है, जो हमारा मुख्य लक्ष्य है। हम आवागमन के चक्र से मुक्त हो जाते हैं। हमें संसार के माया मोह में नहीं फंसना है। हमें तो केवल माया के स्वामी इस निरंकार परमपिता परमात्मा का ध्यान करना है। निरंकार का साकार रूप सद्गुरु होते हैं। हमारे अंदर अहंकार नहीं होना चाहिए। जब मैं था, तब हरि नहीं। अब हरि हैं, मैं नाही। ईश्वर अंश अजर अविनाशी; आत्मा का पति परमात्मा होता है और जब सद्गुरु की कृपा से हमें ब्रह्मज्ञान मिलता है, तब हमें परमानंद प्राप्त होता है।

उन्होंने कहा कि हमें अपनी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के वचनों को मानकर भक्ति करनी है। जितने उनके वचन आ रहे हैं, सभी को मानना है और जब हम अपने सद्गुरु के वचनों को मानकर भक्ति करेंगे तो हमारा बेड़ा पार होगा। गुरमत हमें उधार देती है और मन्मथ हमें डुबो देती है। इसीलिए हमें हमेशा गुरु मत में रहना चाहिए। जीवन तो बहुत ही सरल और सहज है। इसके अलावा जहां नारी का सम्मान होता है, वहां लक्ष्मी का वास होता है। हमें हमेशा मातृशक्ति नारी जाति का सम्मान करना चाहिए। हमें हमेशा सेवा सत्संग सुमिरन करते रहना चाहिए। सेवा सत्संग सुमिरन के संगम से भक्ति होती पूरी है वरना अधूरी की अधूरी है।

बिजनौर ब्रांच के संयोजक महात्मा बाबूराम निरंकारी व महात्मा डीके सागर निरंकारी के संचालन में हुए क्षेत्रीय समागम में बिजनौर ब्रांच के संचालक विनोद कुमार एडवोकेट, शिक्षक आदित्य सोनू, मीडिया प्रभारी भूपेंद्र निरंकारी पत्रकार, रामानंद सागर धामपुर, शैलेंद्र, राजवीर सिंह, मदन पाल सिंह बगीची, रूपल चौधरी, किरतपुर ब्रांच के संचालक पीतम सिंह, रणवीर सिंह, रामानंद, रणवीर, गोलू चौधरी, आशीष, गोलू, बृजेश एडवोकेट, अक्षय सागर, चंद्रपाल सिकंदरी, अजय कुमार, दीपक, नीटू बूढ़पुर, रत्नेश भूषण पत्रकार, मयूर सागर, ध्रुव सागर, सर्वेश, मनोज सिंह, नरेंद्र, सुशीला ट्यूबवेल कॉलोनी, सुशीला निरंकारी कॉलोनी लड़ापुरा, संध्या, प्रियांशी, गीता, अंजलि, पारुल नेहा, कविता, मनीष, बबीता, पुष्पा, जिया, बिजनौर ब्रांच के पूर्व संचालक कृपाल सिंह त्यागी, वंदना सहित निरंकारी मिशन के दूरदराज के क्षेत्रों से आए अनेक महापुरुष उपस्थित उपस्थित थे। समागम के बाद सभी को लंगर का प्रसाद वितरित किया गया। महात्मा रणवीर इनामपुरा, महात्मा रामानंद इनामपुरा व उनकी टीम का विशेष योगदान रहा। उन्होंने समागम कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए भरपूर मेहनत की। सेवादल के संचालक विनोद कुमार एडवोकेट, शिक्षक आदित्य सोनू व शिक्षिका कलावती के नेतृत्व में पुरुष सेवादल व महिला सेवा दल के सदस्यों, बहन अरविंदर कौर आशु व महात्मा दलजीत नेवी अपना अहम योगदान दिया।

Published by Sanjay Saxena

पूर्व इंचार्ज/क्राइम रिपोर्टर दैनिक जागरण उरई (जालौन), मेरठ, बिजनौर, धामपुर, मुजफ्फरनगर। पूर्व महामंत्री श्रमजीवी पत्रकार यूनियन। अध्यक्ष ऑल मीडिया एंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन।

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