बिजनौर। स्वाधीनता के अमृत महोत्सव के अंतर्गत बिजनौर में तिरंगा दौड़ आयोजित की गई। तिरंगा दौड़ में 6 वर्ष के कृष्णा व 7 वर्ष की काव्या मुख्य आकर्षण रहे। 1000 से अधिक शहर वासियों ने दौड़ में प्रतिभाग किया।

स्वाधीनता के अमृत महोत्सव के अंतर्गत आरबीआईटी एवं क्रीड़ा भारती द्वारा संयुक्त रुप से बिजनौर शहर में तिरंगा दौड़ का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों की संख्या में 6 वर्ष से 70 वर्ष के धावकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। तिरंगा दौड़ नेहरू स्टेडियम से प्रारंभ होकर नुमाइश ग्राउंड, निरीक्षण भवन, विकास भवन, रोडवेज, पोस्ट ऑफिस चौराहा, सिविल लाइन, महाराणा प्रताप चौक, जजी चौक होते हुए नेहरू स्टेडियम पर समाप्त हुई। तिरंगा दौड़ का शुभारंभ मुख्य विकास अधिकारी केपी सिंह, आरबीआईटी के प्रबंध निदेशक सनी देशवाल, जिला क्रीड़ा अधिकारी जय वीर सिंह व क्रीडा भारती के अध्यक्ष योगेंद्र पाल सिंह द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।

डॉ. राघव मेहरा व पंकज कुमार विश्नोई द्वारा देश भक्ति के गण गीत कराए गए। तिरंगा दौड़ का मुख्य आकर्षण ग्राम जमालपुर के 6 वर्षीय कृष्णा व 7 वर्षीय काव्या रहीं। इस दौरान भारत माता की जय व वंदे मातरम के नारे लगातार हवाओं में गूंजते रहे। तिरंगा दौड़ की शुरुआत पंडित विनोद गोस्वामी द्वारा वेद मंत्र के उच्चारण व शंख ध्वनि जे साथ की गई।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्य विकास अधिकारी केपी सिंह ने स्वाधीनता आंदोलन के महानायकों के बारे में बताते हुए कहा कि 1947 में प्राप्त स्वाधीनता हमारे पूर्वजों का बलिदान है। इसे हमें समाज में आपसी सौहार्द्र कायम करते हुए देश व समाज के उत्थान हेतु कार्य करने की आवश्यकता है। युवा इसमें एक बहुत बड़ी भूमिका निभाने के लिए तैयार रहे।

क्रीड़ा भारती के जिला अध्यक्ष योगेंद्र पाल सिंह ने तिरंगा दौड़ के आयोजन के संबंध में बताते हुए कहा कि 1947 में देश को स्वतंत्रता यूं ही नहीं मिली; स्वतंत्रता की प्राप्ति के लिए लाखों युवाओं ने अपनी कुर्बानियां दी हैं। इन क्रांतिकारियों में न जाने कितने ऐसे क्रांतिकारी हैं, जिनके बारे में किताबों में नहीं पढ़ाया जाता है और न ही बताया जाता है। ऐसे सभी जाने अनजाने क्रांतिकारियों को नमन करने एवं उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए तिरंगा दौड़ का आयोजन शहर में किया गया है। देश को शक्तिशाली बनाने एवं विश्व गुरु बनाने हेतु युवाओं की बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। युवाओं को देश की प्रगति एवं सुरक्षा के लिए अथक प्रयास करने होंगे।

आरबीआईटी के प्रबंध निदेशक सनी देशवाल ने कहा कि देशभक्ति से ओतप्रोत युवाओं की फिटनेस हेतु क्रीड़ा भारती जब भी सहयोग का अनुरोध करेगी, उनकी संस्था सहयोग हेतु तत्पर रहेगी तथा ऐसे आयोजनों में अग्रणी भूमिका निभाएगी। आरबीआईटी द्वारा 400 प्रतिभागियों को नि:शुल्क टी शर्ट व 50 प्रतिभागियों को रानी लक्ष्मीबाई, सरदार भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, सुभाष चंद्र बोस, महाराणा प्रताप, वीर शिवाजी, महात्मा गांधी, अशफाक उल्ला खान, वीर सावरकरआदि महापुरुषों के चित्र देकर सम्मानित किया गया।
दौड़ को सफल बनाने में क्रीड़ा भारती के जैनेंद्र सिंह, देशराज सिंह, विनय कुमार, अरविंद अहलावत, सुबोध कुमार, रोबिन चौधरी, डॉक्टर विकास कुमार, दीपक कुमार, राकेश शर्मा, करण सिंह आदि का सहयोग रहा।